Gwalior News: पुलिस के अनुसार हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में नामजद बाल अपचारी पहले मुरार फिर इंदौर भागा। पुलिस को इसका सुराग मिल गया।
Publish Date: Sun, 28 Jan 2024 07:15 AM (IST)
Updated Date: Sun, 28 Jan 2024 07:15 AM (IST)
HighLights
- इंदौर से पकड़ा गया बाल अपचारी एक दिन ग्वालियर में ही रुका था
- पुलिस अधिकारियों का कहना है- जल्द ही अन्य फरार बाल अपचारियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
- 25 जनवरी को बाल सुधार गृह में बंद छह बाल अपचारी भाग निकले थे।
Gwalior News: नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। बाल सुधार गृह की सुरक्षा में सेंध लगाकर भागे छह बाल अपचारियों में से एक बाल अपचारी को क्राइम ब्रांच की टीम ने इंदौर से पकड़ लिया है। अक्षया हत्याकांड के आरोपितों का सुराग अभी नहीं लगा है। यह तीनों आरोपित साथ में भागे हैं।
इंदौर से पकड़ा गया बाल अपचारी एक दिन ग्वालियर में ही रुका था, मुरार में रहने वाले अपने परिचित के यहां पहुंचा। इसके बाद वह इंदौर भागा। मुरार में रहने वाले युवक से ही उसका सुराग मिला और क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है- जल्द ही अन्य फरार बाल अपचारियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
25 जनवरी को बाल सुधार गृह में बंद छह बाल अपचारी भाग निकले थे। इसमें से एक बाल अपचारी को उसके माता-पिता रात को ही लेकर पुलिस के पास पहुंच गए थे। बाल सुधार गृह से बाल अपचारियों में से तीन अक्षया हत्याकांड में नामजद हैं। यह तीनों साथ में भागे। डबरा की तरफ भागने की जानकारी पुलिस को मिली थी। इसके अलावा अन्य दो अपचारी अलग-अलग जगह भागे।
हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में नामजद बाल अपचारी पहले मुरार फिर इंदौर भागा। पुलिस को इसका सुराग मिल गया। एएसपी ऋषिकेष मीणा ने क्राइम ब्रांच प्रभारी अमर सिंह सिकरवार और उनकी टीम को तलाश में लगाया था। क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि इंदौर भागने वाला बाल अपचारी पहले मुरार में रुका था। मुरार से उसके परिचित को राउंड अप किया। इसके बाद उसकी लोकेशन मिल गई। इंदौर में शनिवार रात करीब 9.30 बजे क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे पकड़ लिया। टीम उसे लेकर रात में ही ग्वालियर के लिए रवाना होगी। रविवार तक वह ग्वालियर आ जाएगा।
अक्षया हत्याकांड के नाबालिग आरोपित सबसे बड़ा सिरदर्द, पुलिस जेल के नेटवर्क खंगाल रही
अक्षया हत्याकांड के नाबालिग आरोपित सबसे बड़ा सिरदर्द हैं, क्योंकि इनके टारगेट पर अक्षया हत्याकांड की मुख्य गवाह है। जेल में बंद इनके सरगना पूरा नेटवर्क चला रहे हैं। मुंबई तक इनका नेटवर्क है। पहले भी आरोपित बाला सुर्वे महाराष्ट्र भाग गया था। उसी ने पूरी प्लानिंग की थी। महाराष्ट्र से उसे पकड़ा गया था। अक्षया हत्याकांड के आरोपितों पर न तो रुपये थे, न मोबाइल है। यह लोग कहां भागे हैं, इसे लेकर जेल के अंदर का नेटवर्क पुलिस खंगाल रही है।
तीन दिन चली प्लानिंग
पकड़े गए बाल अपचारियों ने अभी पूछताछ में खुलासा किया है कि अक्षया हत्याकांड के आरोपितों ने ही पूरी प्लानिंग की। तीन दिन प्लानिंग चली और यह लोग फरार हो गए।